Wednesday, March 11, 2015

मैं अखिल विश्व का गुरू महान - अटल बिहारी वाजपेयी


मैं अखिल विश्व का गुरू महान,
देता विद्या का अमर दान,
मैंने दिखलाया मुक्ति मार्ग
मैंने सिखलाया ब्रह्म ज्ञान ।
मेरे वेदों का ज्ञान अमर,
मेरे वेदों की ज्योति प्रखर
मानव के मन का अंधकार
क्या कभी सामने सका ठहर?
मेरा स्वर नभ में घहर-घहर,
सागर के जल में छहर-छहर
इस कोने से उस कोने तक
कर सकता जगती  सौरभमय ।
हिन्‍दू तन–मन हिन्‍दू जीवन, रग–रग हिन्‍दू मेरा परिचय  ।।